Ketu Transit Leo 2025-26 | सिंह में केतु गोचर से वृश्चिक राशि पर प्रभाव
Ketu Transit Virgo 2023-25 | कन्या में केतु गोचर से वृश्चिक राशि पर प्रभाव.केतु ग्रह गोचर में 30 मई 2025 से लेकर 25 नवम्बर 2026 तक सिंह राशि में भ्रमण करेगा । केतु ग्रह की गति वक्री होती है (जानें ! ग्रह क्यों होते हैं वक्री ?) । आइये जानते है कि केतु ग्रह के कन्या राशि से सिंह में परिवर्तन से वृश्चिक राशि वाले व्यक्ति के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों यथा व्यवसाय, धन, माता-पिता, शिक्षा, परिवार, भाई-बंधू, तथा दाम्पत्य जीवन को किस तरह से प्रभावित करेगा।
Ketu Transit in Leo 2025-26 | वृश्चिक राशि पर प्रभाव
वृश्चिक राशि वाले जातक के जन्मकुंडली में केतु दसवें अर्थात कर्म भाव में गोचर कर रहा है। यह भाव आपके प्रोफेशन से जुड़ा है। अतः इस गोचर के प्रभाव से व्यावसायिक गतिविधियों में उतार चढाव संभव है। यदि नौकरी कर रहे है तो कार्य के प्रति उदासीनता रहेगा जो की भविष्य के लिए ठीक नही है। अपने प्रोफेशनल मान-सम्मान को बनाए रखने के लिए कठिन परिश्रम करने की ज़रुरत होगी।
यदि कार्यस्थल या कार्य में कोई परेशानी का अनुभव कर रहे है तो इस समस्या से निपटने के लिए नियमित कुत्ते को रोटी खिलाये। निश्चित ही सफलता मिलेगी। नौकरी या व्यवसाय में परिवर्तन हो सकता है। कार्यस्थल पर अपने कलीग के द्वारा चुगली के कारण आने वाली परेशानी के प्रति सावधान रहें। इस समय आप अपने अनुसार अच्छा कार्य कर रहे है फिर भी लोग आप से खुश नहीं रहेंगे।
आपके कुछ महत्वपूर्ण परियोजना में अकारण विलंब हो सकता है। आपको अपने टारगेट को पूरा करने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ेगी। अपने सीनियर अधिकारी से किसी बात को लेकर बहस हो सकती है परन्तु ऐसा करने से बचे अपने मन को शांत रखे यदि मन ज्यादा अशांत हो तो गायत्री मंत्र का जाप कर सकते है अवश्य ही लाभ मिलेगा
पारिवारिक जीवन में भी परेशानी आ सकती है। आप परिजनों के फैसलों से सहमत नहीं होंगे। कार्य को लेकर आपको अपने शहर से दूर जाना पड़ सकता है।
Ketu Transit 2025-26 | Foreign Travel
आपका झुकाव आध्यात्मिक तथा आध्यात्मिक ज्ञान बढ़ाने के प्रति बढ़ेगा। वेद, पुराण, उपनिषद् आदि ग्रथों का अध्ययन करेंगे। धार्मिक यात्रा भी हो सकती है। यदि मंगल आपकी कुंडली में व्यय स्थान में और केतु की दशा या मंगल की दशा चल रही है तो विदेश यात्रा ( Foreign Travel) का योग बन सकता है। पिताजी का सेहत कुछ ख़राब हो सकता है। उन्हें नेत्र दोष तथा दांत में दर्द के कारण हॉस्पिटल का चक्कर लगाना पर सकता है