मंगल का अन्य ग्रहों के साथ युति फल | Planets Conjunction with Mars

मंगल का अन्य ग्रहों के साथ युति फल | Planets Conjunction with Mars. किसी भी जातक की जन्मकुंडली में मंगल  भाई, साहस, भूमि, रक्त शौर्य, मान, तकनिकी कार्य, पुलिस रक्षा विभाग इत्यादि का कारक ग्रह है। यदि आपकी कुंडली में मंगल  उच्च का, अपने घर का, केंद्र या त्रिकोण में शुभ स्थिति में है तो जातक  अपने जीवन काल में सभी सुख सुविधाओं यथा सरकारी नौकरी, भूमि आदि का उपभोग करता है।

आपको भाई बहन का सुख मिलेगा। यही नहीं आप समाज में विद्ययमान बुराइयों को समाप्त करने के लिए लोगो से झगड़ा तक कर लेंगे। आपको समाज में मान-सम्मान और यश की प्राप्ति होगी। इसके विपरीत यदि मंगल  आपकी कुंडली में नीच का, त्रिक भाव का या अशुभ ग्रहो के भाव में स्थित है तो आपको एक्सीडेंट, रक्त विकार,  ह्रदय रोग इत्यादि का सामना करना पड़ेगा।

मंगल की दो राशि है मेष तथा वृश्चिक। इनमे से एक अग्नि तत्व की राशि है तथा दूसरा जलीय तत्त्व है। इसी कारण मंगल प्रभावित व्यक्ति का स्वभाव उग्र तथा तीक्ष्ण होता है। मंगल का वर्ण लाल होता है। यह पित्त का कारक ग्रह है।  मंगल जब कुण्डली में किसी अन्य ग्रह के साथ युति सम्बन्ध बनाता है तो कुछ ग्रहों के साथ इसके परिणाम शुभ फल प्रदान करता है तो कुछ ग्रहों के साथ इसकी शुभता में कमी आ जाती है।

आइये प्रस्तुत लेख के माध्यम से यह जानने का प्रयास करते है कि यदि चन्द्रमा के साथ अन्य ग्रह युति बना रहा हो तो उसका फल शुभ होगा या अशुभ।

मंगल का अन्य ग्रहों के साथ युति फल | Planets Conjunction with Mars

मंगल और बुध की युति का फल | Mars Conjunction with Mercury

यदि आपकी कुंडली में मंगल और बुध एक साथ एक ही घर में बैठे है तो जातक को व्यापार या नौकरी दोनों मामलों में भाई की भूमिका फायदेमंद होता है। ऐसे जातक को अध्ययन क्षेत्र  में कठिनाई आती है। पढाई के दौरान किसी कारण पढाई में ब्रेक आ सकता है।

आप खोजी पत्रकार की भूमिका में समाज को नई दिशा दे सकते है। ऐसा व्यक्ति धनवान हो सकता है। आप बिना किसी विशेष कारण के झगड़ा कर बैठते है। आप हर किसी में गलती ढूंढने का प्रयास करते है  इस कारण कई बार आप परिवार से दूर भी हो जाते है। आपका पत्नी से बराबर झगड़ा होते रहेगा।

मंगल और शुक्र की युति का फल | Mars Conjunction with Venus

यदि आपकी कुंडली में मंगल और शुक्र एक साथ एक ही घर में बैठे है तो ऐसे व्यक्ति का झुकाव  विपरीत लिंग के प्रति होता है। जीवन में किसी न किसी से प्रेम अवश्य होता है तथा प्रेम में यौन सुख का आनंद भी लेंगे परन्तु कई बार इस कारण बदनामी भी होती है।

आप प्रेमी के रूप में जाने जा सकते है। ऐसा जातक घर  से सुखी सम्पन्न होता है। आपको भूमि और भवन दोनों होगा। यदि मंगल शुक्र का योग अशुभ स्थान में बन रहा हो तो प्रेम तथा दाम्पत्य जीवन में कष्ट का सामना करना पड़ता है। आप अपने पत्नी से बहुत प्रेम करेंगे।

मंगल और सूर्य की युति का फल | Mars Conjunction with Sun

मंगल और गुरु की युति का फल | Mars Conjunction with Jupiter

ऐसा जातक स्वाभिमानी होता है। ऐसे व्यक्ति को तकनीकि पढाई के साथ साथ मैनेजमेंट का भी डिग्री हासिल करता है। आप पढाई के लिए हमेशा जागरूक रहेंगे। आप धार्मिक उपासक तथा साधक हो सकते है। आप क्रोधी होंगे परन्तु बाद में अपने ज्ञान चक्षु से तुरत शांत भी हो जाते है।

कई बार आपको समझना लोगो के लिए मुश्किल हो जाता है। आप अध्यापन कार्य करेंगे। आप किसी भी काम में बहुत शीघ्रता करते है परन्तु यह आपके लिए उचित नहीं है। आप अपने जीवन में किसी की दखल -अंदाजी पसंद नहीं करते है।

मंगल और शनि की युति का फल | Mars Conjunction with Saturn 

यदि आपकी कुंडली में मंगल और शनि एक साथ एक ही स्थान में बैठा है तो आप झगड़ालू प्रवृत्ति के व्यक्ति होंगे। आप का कार्य तकनिकी स्तर का होना चाहिए।  आप इंजिनीरिंग की परीक्षा में सफल हो सकते है। आपके कार्य में कठिनाई होगा तथा जीवन संघर्षमय होगा। आपको अपने कार्य के प्रति उतावलापन होगा। इस योग वाले जातक का शत्रु तो होता है परन्तु वह शत्रुओ का नाश करने वाला भी होता है।

मंगल और राहु की युति का फल | Mars Conjunction with Rahu

जन्मकुंडली में मंगल और राहु की युति “अंगारक योग” का निर्माण करती है। ऐसा जातक बहुत ही चालक होता है। यह धोखेबाज तथा धूर्त होता है। जहाँ मंगल शत्रु, साहस  एवं पराक्रम का कारक हैं वही राहु चालाकी और धोखा का कारक है  इसी कारण ऐसे जातक का व्यक्तित्व कठोर, दुःसाहसी, अतिक्रोधी और षड्यंत्रकारी  के रूप में दृष्टिगोचर होता है।  यदि यह योग सप्तम भाव होता है तो जीवन साथी के साथ मतभेद होगा। ऐसे जातक को गुस्सा बहुत आता है साथ बिना विशेष सोच-समझकर बोल पड़ता है।

मंगल और केतु की युति का फल | Mars Conjunction with 

जिस भी जातक की जन्म कुंडली में मंगल केतु से युति बनाकर एक ही स्थान  में स्थित है तो ऐसा जातक आध्यात्मिक विचारो में रूचि रखने वाला होता है। आप साधु सन्यासी से विशेष रूप से प्रभावित रहते है। आप के घर में कोई सन्यासी हो सकता है। आप मुक्ति का मार्ग खोजते खोजते अपना जीवन पूर्ण कर देते है। ऐसे जातक के पास खेती का जमीन होता है। पुलिस विभाग में नौकरी कर सकते है।

मंगल और चंद्र की युति का फल

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