Fourth House Lord in 12th House in Hindi

Fourth House Lord in 12th House in Hindi | बारहवें भाव में स्थित चतुर्थ भाव के स्वामी का फल  किसी भी व्यक्ति के जन्मकुंडली में चतुर्थ भाव माता, वाहन,प्रॉपर्टी, भूमि, मन, ख़ुशी, शिक्षा तथा भौतिक सुख इत्यादि का कारक भाव होता है तथा बारहवा भाव  व्यय, हानि शय्या सुख, ग्रहो के [...]

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Effects of Fourth House Lord in Ninth House in Hindi

Effects of Fourth House Lord in Ninth House in Hindi |चतुर्थ भाव के स्वामी का नवम स्थान में फल,   जन्मकुंडली में चतुर्थ भाव माता, वाहन,प्रॉपर्टी, भूमि, मन, ख़ुशी, शिक्षा इत्यादि का कारक भाव है तथा नवम भाव भाग्यस्थान, यात्रा, पिता लक्ष्मी, तीर्थस्थान इत्यादि का भाव है जब चतुर्थ भाव [...]

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Effects of Fourth House Lord in Seventh House in Hindi

Effects of Fourth House Lord in Seventh House in Hindi | चौथे भाव के स्वामी का सप्तम भाव में फल, किसी भी व्यक्ति के जन्मकुंडली में चतुर्थ भाव माता, वाहन,प्रॉपर्टी, भूमि, मन, ख़ुशी, शिक्षा तथा भौतिक सुख इत्यादि कारक भाव है अतः इस विषय से सम्बन्धित फल की प्राप्ति चतुर्थ [...]

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Fourth House Lord in Eleventh House Result in Hindi

 Fourth House Lord in Eleventh House Result in Hindi | चौथे भाव के स्वामी का ग्यारहवे भाव में फल ,  किसी भी व्यक्ति के जन्मकुंडली में चतुर्थ भाव माता, वाहन,प्रॉपर्टी, भूमि, मन, ख़ुशी, शिक्षा तथा भौतिक सुख इत्यादि कारक भाव का सुख प्रदान करता है वही ग्यारहवा भाव लाभ स्थान, [...]

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Second Lord in Different Houses Result in Hindi

Second Lord in different houses Result in Hindi | द्वितीयेश का विभिन्न भाव में फल | किसी भी जातक के जन्मकुंडली में दूसरा स्थान धन,वाणी परिवार नेत्र मुख जिह्वा इत्यादि होता है इस भाव का स्वामी जब अन्य स्थान पर जाकर बैठता है तो उस स्थान को प्रभावित करता है और [...]

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पहले भाव का स्वामी तीसरे भाव में | First lord in third house

 पहले भाव का स्वामी तीसरे भाव में | First lord in third house तीसरा भाव सहज परिश्रम का भाव  है यदि इस भाव में लग्न का  स्वामी  बैठा है तो ऐसा जातक अपने प्रयास से अपना भविष्य निर्माण करता है। यदि ऐसा व्यक्ति अपने भाग्य को कोसता है तो वह [...]

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प्रथम भाव के स्वामी का दूसरे भाव में फल | First lord in second house

प्रथम भाव के स्वामी का दूसरे भाव में फल | First lord in second house दूसरा भाव धन भाव का स्थान है यदि इस भाव में लग्न का  स्वामी  बैठा है तो ऐसा जातक अपने प्रयास से धन की बढोतरी करता है। वह अपने जीवन में धन की कमी नहीं [...]

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First Lord in Different Houses Result in Hindi लग्न के स्वामी का विभिन्न भाव में फल

First Lord in Different Houses Result in Hindi लग्न के स्वामी का विभिन्न भाव में फल

 प्रथम वा लग्न के स्वामी का विभिन्न भाव में फल | First lord in different house प्रत्येक जन्मकुंडली का सबसे महत्वपूर्ण भाव प्रथम अथवा लग्न होता है। लग्न और लग्न का स्वामी उस जातक को रिप्रेजेंट करता है जिसकी कुंडली होती है। प्रथम भाव, भावेश, राशि और राशि में स्थित [...]

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