Study Room by Sign | राशि के अनुसार अध्ययन कक्ष सफलता देता है
Study Room by Sign | राशि के अनुसार अध्ययन कक्ष सफलता देता है . सभी माता-पिता यह चाहते है की मेरा बच्चा परीक्षा में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हो परन्तु ऐसा होता नहीं है। छात्रो को भी परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद यह महशुस होता है की यदि मैं धोड़ा सा और मेहनत करता तो प्रथम श्रेणी से पास कर जाता, छात्र इसके बाद धीरे से अपने मन में संकल्प भी लेता है की फाइनल परीक्षा में मैं अवश्य अच्छा नम्बर लेकर आऊंगा परन्तु वे दो-चार दिनों में भूल जाते है और पुनः अपनी पुरानी आदत पर चलने लगते है परिणामस्वरूप रिजल्ट ख़राब हो जाता है।
कभी-कभी ऐसा भी देखने में आता है कि बहुत मेहनत करने के बावजूद भी कुछ छात्र एक दो नम्बर से असफल हो जाते हैं। विधार्थियो के लिए यह स्थिति अत्यंत ही कष्टदायक होती है। यदि आप भी ऐसी स्थिति से प्रभावित है तो परीक्षा में सफल होने के लिए मेहनत के साथ-साथ कुछ सामान्य उपाय करके परीक्षा में सफलता की खुशखबरी से रूबरू हो सकते है।
कई बार यह भी देखा गया है कि छात्र देर रात तक पढाई करते है परन्तु उनका परिणाम (Result) संतोषजनक नही आता है ध्यान रहे यदि आपके बच्चों के साथ भी ऐसा हो रहा है, तो इसमें बच्चों की स्टडी रूम में कोई दोष हो सकता है। वास्तुशास्त्र में छात्रों के लिए उनकी राशि के अनुसार पढ़ाई करने की दिशा बताई गई हैं। यदि आपके बच्चे या कोई भी स्टूडेन्ट्स अपनी राशि के अनुसार स्टडी रूम बनाता है तथा उसमे बैठकर पढ़ाई करता है तो निश्चित ही परीक्षा में उत्कृष्ट स्थान पाने का हकदार हो सकता है।
पढाई में मन एकाग्रता के लिए सामान्य अनुदेश्य
स्टूडेंट को पढाई करते समय अपना मुख हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा की ओर रखना चाहिए यदि आप ऐसा करते है आपके अंदर पढाई के प्रति निर्बाध रूप से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होने लगता है परिणामस्वरूप पढ़ाई में ध्येय विषय पर ध्यान लगने लगता है। विद्यार्थियों को चाहिए ऐसे कमरे में अपना अध्ययन कक्ष बनाये जहा सूर्य की रोशनी निर्बाध रूप से आ रहा हो। अध्ययन कक्ष साफ़-सुथरा तथा पूर्ण रूप से व्यवस्थित हो अवश्य ही अनुकूल परिणाम मिलेगा। विद्यार्थियों के लिए महत्त्वपूर्ण वास्तु टिप्स है।
जाने ! राशि के अनुसार अध्ययन कक्ष किस दिशा में होना चाहिए
मेष | Aries
मेष राशि के छात्रों को अपना अध्ययन कक्ष पूर्व दिशा में रखना चाहिए। ऐसा करने से छात्रों में पढाई के प्रति जागरूकता बढ़ती है।
वृष | Taurus
वृष राशि के विद्यार्थियों को आग्नेय कोण ( पूर्व-दक्षिण ) दिशा में स्टडी रूम रखना चाहिए। यह स्थान छात्रों को स्थिरता प्रदान करता है।
मिथुन | Gemini
मिथुन राशि के विद्यार्थियों को वायव्य कोण (उत्तर-पश्चिम) दिशा में अपना अध्ययन कक्ष बनाना चाहिए। इस स्थान पर अध्ययन कक्ष होने से छात्रों के अंदर रहने वाली भ्रांतियाँ दूर होने लगती है।
कर्क | Cancer
कर्क राशि के छात्रों को उत्तर दिशा में अपना स्टडी रूम बनाना चाहिए। ऐसा करने से पढाई के प्रति रूचि तथा एकाग्रता बढ़ती है।
सिंह | Leo
सिंह राशि के विद्यार्थियों को पूर्व तथा आग्नेय कोण (पूर्व-दक्षिण) में पढ़ाई करने से स्मरण शक्ति बढ़ती है।
कन्या | Virgo
कन्या राशि के विद्यार्थियों को दक्षिण दिशा में स्टडी रूम रखना चाहिए तथा मुख पूर्व की ओर करके पढ़ना चाहिए। यदि आप ऐसा करते है तो मन के अंदर भटकाव कम होता है।
तुला | Libra
तुला राशि के विद्यार्थियों को “पश्चिम दिशा” में अध्ययन कक्ष बनाना चाहिए। ऐसा करने से पढाई के प्रति सकारात्मक सोच का विकास होता है जिससे जातक को सफलता मिलने लगती है।
वृश्चिक | Scorpio
वृश्चिक राशि के छात्रों को “वायव्य कोण” (उत्तर-पश्चिम दिशा) में अपना स्टडी रूम रखना चाहिए। इससे आपके अंदर पढाई के प्रति स्थिरता आएगी तथा अन्वेषणात्मक रूचि का विकास होगा।
धनु | Sagittarius
धनु राशि के छात्रों को “ईशान कोण” (उत्तर-पूर्व दिशा) में अपना स्टडी रूम बनाना चाहिए। ऐसा करने से विद्यार्थी अपना लक्ष्य निर्धारित करते है तथा लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करने लगते है।
मकर | Capricorn
मकर राशि के विद्यार्थियों को अपनी राशि के अनुसार “नैऋत्य कोण” (दक्षिण-पश्चिम) दिशा में पढ़ाई करना चाहिए। यह दिशा छात्रों के अंदर आने वाले नकारात्मक विचारो को कम करता है।
कुंभ | Aquarius
कुंभ राशि वालों को “पश्चिम दिशा” में अध्ययन कक्ष बनाना चाहिए। ऐसा करने से छात्रों के अंदर पढाई के प्रति आत्मजागृति उत्पन्न होती है।
मीन | Pisces
मीन राशि वाले विद्यार्थियों के लिए “उत्तर दिशा” में अपने अध्ययन कक्ष बनाना चाहिए। यह दिशा छात्रों को दिवास्वप्न से बचाने में मदद करता है।
यह तो ब्रह्म सत्य है की परीक्षा में अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए आपके पास दृढ इच्छाशक्ति तथा कड़ी मेहनत बहुत जरुरी है यदि आपके पास इनमे से किसी एक का भी अभाव है तो जीवन के हर परीक्षा में, निश्चित ही असफल होंगे इसमें कोई भी संदेह नहीं है। दृढ़इच्छाशक्ति तथा परिश्रम का विकल्प वास्तु, मन्त्र, तंत्र या औषधी नहीं हो सकता है। वास्तु तो उसी प्रकार कार्य करता है जिस प्रकार धुप तथा हल्की वर्षा में छतरी कार्य करता है।
4 Comments
Prabhakar mauli tiwari from allahabad
Dob -19/09/1993
Time – 11:33am dophar me
Sir kya mujhe gov job milegi ya private aur kb tk me aur meri sadi kb tk me hogi .
govt job ke chakkar me kyo pade ho videsh jaane ke liye socho
Sir meri job kab lagega my dob 16 aug 1993 place Balaghat mp
Sir meri job kab lagega my dob 16 aug 1993 place Balaghat mp time 10 :5 minute pm