चन्द्रादि दो ग्रहों की युति का फल | Planets Conjunction with Moon
चन्द्रादि दो ग्रहों की युति का फल | Planets Conjunction with Moon . किसी भी जातक की जन्मकुंडली में चन्द्रमा मन, माता, भावनात्मक लगाव, जल इत्यादि का कारक है। यदि आपकी कुंडली में चन्द्रमा उच्च का, अपने घर का, केंद्र या त्रिकोण में शुभ स्थिति में है तो जातक अपने जीवन काल में सभी सुख सुविधा का उपभोग करता है। आपको माता का सुख मिलेगा। यही नहीं आप समाज में विद्ययमान बुराइयों को समाप्त करने के लिए आगे बढ़ेंगे। आपको समाज में मान-सम्मान और यश की प्राप्ति होगी। परन्तु ठीक इसके विपरीत यदि चन्द्रमा आपकी कुंडली में नीच का, त्रिक भाव का या अशुभ ग्रहो के भाव में स्थित है तो आपको धोखा, अपमान इत्यादि का सामना करना पड़ेगा।
चन्द्रमा ( Moon) की राशि कर्क है। यह जल तत्व की राशि है इसी कारण चन्द्रमा प्रभावित व्यक्ति का स्वभाव शांत व सौम्य होता है। चन्द्रमा का वर्ण श्वेत होता है। यह कफ का कारक ग्रह है। चन्द्रमा जब कुण्डली में किसी अन्य ग्रह के साथ युति सम्बन्ध बनाता है तो कुछ ग्रहों के साथ इसके परिणाम शुभ फलदायी होते हैं तो कुछ ग्रहों के साथ इसकी शुभता में कमी आती है।
आइये प्रस्तुत लेख के माध्यम से यह जानने का प्रयास करते है की यदि चन्द्रमा के साथ अन्य ग्रह युति बना रहा हो तो उसका फल शुभ होगा या अशुभ। जानें ! चन्द्रमा के बारह भाव में फल
चन्द्रादि दो ग्रहों की युति का फल
चंद्र और मंगल की युति का फल | Result of Moon & Mars Conjunction
जिस जातक की जन्मकुंडली में चन्द्रमा तथा मंगल एक साथ बैठा हो तो वैसा जातक बहुत ही गुस्से वाला होता है। ऐसा व्यक्ति जीवन में येन केन प्रकारेण अपना काम पूरा कर लेता है। इनका दिमाग बहुत ही शातिर किस्म का होता है। प्रारम्भिक जीवन संघर्षमय व्यतीत होता है परन्तु बाद में उत्तरोत्तर आगे ही बढ़ते जाते है। इन्हे आगे बढ़ने से कोई रोक भी नहीं सकता। यदि यह स्थिति अशुभ घर में हो तो इनकी माता को कोई कष्ट होता है। व्यक्ति को शरीर में कोई न कोई चोट का निशान होता है। ऐसा जातक कोई भी काम जल्दबाजी में करना चाहता है।
जानें | मंगल के अन्य भाव में फल
चन्द्रमा और राहु की युति का फल | Result of Moon & Rahu Conjunction
ऐसा जातक बहुत ही चालक होता है। यह धोखेबाज तथा धूर्त होता है। ऐसे व्यक्ति साधारण कार्य या छोटे योजना से संतुष्ट नहीं होते है इनकी योजना बहुत ही बड़ी-बड़ी होती है कभी सफलता तो कभी असफलता हाथ लगता है। जातक हमेशा भौतिक सुख के लिए लालायित रहता है और इस सुख को पाने के झूठ-सच बोलना तो इनके लिए आम बात होती है। मानसिक बिमारी के भी शिकार हो सकते है। जरूर पढ़े ! राहु आपको कौन सा फल देने वाला है ?
चंद्र और गुरु की युति का फल | Result of Moon & Jupiter Conjunction
ऐसा जातक धार्मिक होता है चाहे वह समाज के दिखावे के लिए ही क्यों न हो। ऐसे व्यक्ति को पढाई कार्य के लिए अपने जन्म स्थान से दूर जाना पड़ सकता है। आप पढाई के लिए हमेशा जागरूक रहेंगे। पौराणिक विद्या को जानने के प्रति भी आपका रुझान रहेगा। यदि स्त्री जातक की कुंडली है तो स्त्री को अपने सास से अनबन होती है। इनकी माता भी धार्मिक प्रवृत्ति की होती हैं। आप शुगर रोग से ग्रसित हो सकते है। कफ का प्रॉब्लम हो सकता है। यदि चन्द्रमा और गुरु दोनों अशुभ भाव का स्वामी होकर स्थित है तो लिवर में प्रॉब्लम हो सकता है। जरूर पढ़े ! गुरु गोचर में आपको क्या देने वाला है
चन्द्रमा और शनि की युति का फल | Result of Moon & Saturn Conjunction
यदि आपकी कुंडली में चन्द्रमा और शनि एक साथ एक ही भाव में बैठा है तो आप नकारात्मक सोच वाले व्यक्ति हो सकते है। यदि नकारात्मक सोच ज्यादा दिन तक रह गया तो आप डिप्रेशन के भी शिकार हो सकते है। आप जिद्द्दी किस्म के इंसान होंगे। आपको कार्य में धोखा तथा बदनामी हो सकती है अतः धोखेबाज से सावधान रहे। कार्य के लिए यात्रा करनी पर सकती है। ऐसा जातक खाने-पीने का शौक़ीन होता है।
चन्द्रमा और सूर्य की युति का फल
चंद्र और बुध की युति का फल | Result of Moon & Mercury Conjunction
यदि आपकी कुंडली में चन्द्रमा और बुध एक साथ एक ही घर में बैठे है तो जातक को व्यापार या नौकरी दोनों मामलों में यात्रा करना पड़ सकता है। आप लेखक, किसी मैगजीन या अखबार के सम्पादक या पत्रकार की भूमिका में समाज के लिए कुछ नया कर सकते है। यदि स्त्री की कुंडली में यह योग है तो यह बदनामी भी देता है। जातक का सम्बन्ध किसी महिला मित्र के साथ हो सकता है। जातक अवैध कार्य भी कर सकता है। यदि मिमिकरी करने का अभ्यास करे तो इस कार्य से बहुत पैसा कमा सकता है। ऐसा जातक कम परिश्रम में अधिक सफलता प्राप्त करता है। ऐसा व्यक्ति धनवान हो सकता है। पढ़े ! बुध का बारह भाव में फल
चन्द्रमा और केतु की युति का फल | Result of Moon & Ketu Conjunction
ऐसा जातक धार्मिक और मोक्ष मार्गी होता है। हमेशा मुक्ति की बात करता है। जीवन का क्या है रहस्य इत्यादि प्रश्न मन में पानी में उठने वाले बुलबुले की तरह आता है और समाप्त हो जाता है। जातक सन्यास की ओर बढ़ता है। इनकी माता धार्मिक होती है। ऐसा व्यक्ति हमेशा असमंजस की स्थिति में रहता है। शुक्र का द्वादश भाव में फल
चंद्र और शुक्र की युति का फल | Result of Moon & Venus Conjunction
यदि आपकी कुंडली में चन्द्रमा और शुक्र एक साथ एक ही घर में बैठे है तो सुन्दर व आकर्षक स्त्री/ पुरुष से खतरा हो सकता है। आप प्रेमी के रूप में जाने जा सकते है। जातक को किसी अन्य महिला के साथ सम्बन्ध होगा। ऐसा जातक घर से सुखी सम्पन्न होता है। जातक के नाम पर मकान होता है। संगीत या नृत्य में रूचि होती है। जातक न चाहते हुए भी हमेशा अपने से विपरीत लिंग के विषय में सोचता रहता है।ऐसा योग अशुभ स्थान में बन रहा हो तो दाम्पत्य जीवन को कष्ट प्रदान करता है।