Tithi Born Native Nature : जानें ! जन्म तिथि के अनुसार आपका स्वभाव कैसा होगा?

Tithi Born Native Nature : जानें ! जन्म तिथि के अनुसार आपका स्वभाव कैसा होगा ? जन्म तिथि और जन्म तारीख दोनों अलग अलग है ऐसा समझना चाहिए। हिन्दू काल गणनानुसार एक मास में 30 तिथियाँ होतीं हैं, जो शुक्ल और कृष्ण इन दो पक्षों में बंटीं होती हैं। चन्द्र मास एक अमावस्या के अन्त से शुरु होकर दूसरे अमावस्या के अन्त तक रहता है। कृष्ण पक्ष की 15वीं तिथि को अमावस्या एवं शुक्ल पक्ष की 15वीं तिथि को पूर्णिमा कहते हैं.

Tithi : तिथि का निर्धारण कैसे होता है ?

तिथि का निर्धारण सूर्य और चंद्र के भोगांश के आधार पर होता है। अमावस्या के दिन सूर्य और चन्द्र का भोगांश एक समान होता है। इन दोनों ग्रहों के भोंगाश में अन्तर का बढना ही तिथि को जन्म देता है। जब चंद्र सूर्य के भोगांश से 12 भोगांश के मध्य होता है तो एक तिथि का जन्म होता है उसी प्रकार जब चन्द्रमा सूर्य के भोगांश से 12 से 24 डिग्री के मध्य होता है तो द्वितीया तिथि होती है इसी प्रकार अन्य सभी तिथियों को समझना चाहिए। तिथि गणना
तिथि = चन्द्र का भोगांश – सूर्य का भोगांश / (Divide) 12.

आइये जानते है कि जन्म तिथि के अनुसार आपका स्वभाव कैसा होगा ?

प्रतिपदा :

प्रतिपदा तिथि में जन्म लेने वाले जातक स्वतंत्र जीवन जीना चाहते हैं।  भौतिक सुख के प्रति विशेष रूप से आकर्षित हो जाते है। जीवन के प्रारम्भ में दोस्तों के कारण परिवार के सदस्यों के साथ वैचारिक भिन्नता रहती है परिणामस्वरूप इनके स्वभाव से परिवार वाले दुखी रहते हैं। इनकी बुद्धि तीक्ष्ण होती है। ऐसे जातक बहुत संवेदनशील और भावुक होती है . उनके अंदर आत्मविश्वास, स्वतंत्रता और आक्रामकता आदि गुण होते हैं। यदि किसी से प्रेम करती है तो पागलपन की पराकाष्ठा तक होगी और अगर किसी से नफरत करेगी तो वैसे ही।

द्वितीया :

जिस जातक का जन्म इस तिथि में होता है वे बहुत ही संवेदनशील और भावुक होते हैं यही कारण है कि दूसरे के दुख को अपना दुख समझ कर सहायता करते हैं. वैसे धन के प्रति इनका विशेष लगाव होता है. परिवार को साथ लेकर चलना पसंद करते हैं. जीवन में कुछ वैसे भी काम करते हैं जो गुप्त होता है. ऐसे लोग स्पष्टवादी होते हैं. ऐसे लोग आत्म महत्व के प्रति जागरूक होते हैं तथा अपने महत्व को बढ़ा चढ़ा कर बताने में माहिर होते हैं. अपने मन पसंद कर्म क्षेत्र में कठोर परिश्रम करने के बाद समाज और परिवार में मान-सम्मान प्राप्त करते हैं।

तृतीया :

इस तिथि में जिस भी व्यक्ति का जन्म होता है उन्हें यात्रा करना विशेष रूप से पसंद होता है। सामान्यतः शारीरिकरूप से स्वस्थ होते है। ऐसे लोग अपने बारे में आलोचना स्वीकार नहीं करते हैं और अगर कोई उसे कुछ देने से मना करेगा तो उसे बुरा भी लगेगा। सुख सुविधाएं एवं लग्जरी जीवन जीना पसंद करते हैं।

चतुर्थी-

चतुर्थी में जन्म लेने वाले जातक साहसी होते है तथा दूसरों के लिए कुछ भी करने के तैयार रहते है। ये लोग छोटी-छोटी बातों में विवाद करते हैं। सामान्यतः बाहर से वह उदार दिखाई देते हैं लेकिन अंदर से वह शक्की स्वभाव के भी होते है इस कारण ज्यादा दिन दोस्ती नहीं चलती है। वह अपने विरोधियों के प्रति शत्रुतापूर्ण व्यवहार करते हैं ।

पंचमी:

जिस जातक का जन्म पंचमी तिथि में हुआ है, वैसे लोग हमेशा अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होते है। अपने अच्छे स्वभाव से सब को अपना बना लेते है। वे अपने व्यापारिक जीवन में कठिनाइयों को सहन करके सम्मान अर्जित करते हैं। ऐसे लोग मेहनती और अपने काम के प्रति समर्पित होते हैं। अपने लक्ष्य को हासिल करने का प्रयास करते हैं और जब तक इसे पूरा नहीं करते आराम नहीं करते है।

षष्ठी :

छठी तिथि को जिस जातक का जन्म होता है वे बहुत ही मेहनती होते हैं. ऐसे लोग हमेशा सत्य का साथ देना पसंद करते हैं और न्याय प्रिय होते हैं. स्वभाव से ही साहसी होते हैं इसी कारण मेहनत करने से भी पीछे नहीं हटते. ऐसे लोग मेहनत के बल पर अपने जीवन में सफल होते हैं. इनके मन में नकारात्मक विचार भी बार-बार उत्पन्न होता रहता है.

सप्तमी :

सातवीं तिथि में जिस जातक का जन्म होता है प्रायः वे धार्मिक प्रवृत्ति के होते हैं और उन्हें धार्मिक यात्रा करना बेहद पसंद होता है. वैसे लोग नयाय प्रिय होते है तर्क के आधार पर अपनी बातों को साबित करना चाहते हैं. इनमें कुशल प्रबंधन शक्ति भी होती है. धन को लेकर विशेष रूप से चिंतित होते हैं.

अष्टमी :

अष्टमी तिथि में जिसका जन्म होता है वह समाज में प्रतिष्ठित होते हैं तथा सामाजिक कार्य के लिए तत्पर रहते हैं. ऐसे लोग सुखी जीवन जीना पसंद करते हैं. महिलाओं से प्रेम एवं उनका सम्मान करने वाले होते हैं. विकट परिस्थिति में भी अपना धैर्य नहीं खोते हैं. ऐसे लोग अपने जीवन में कुछ नया करना पसंद करते हैं. लोगों को उपदेश देना भी बहुत पसंद है. .

नवमी :

नवमी तिथि में जन्म लेने वाले जातक मर्यादित जीवन व्यतीत करने में विश्वास रखते हैं. जो वादा करते हैं वह निभाना पसंद करते हैं यही नहीं यह लोग सत्य बोलने में भी विश्वास रखते हैं. ऐसे जातक विद्वान और ज्ञानी होते हैं. इन्हें किसी से धोखा मिलने के चांस होते हैं. दूसरों से सलाह लेना इन्हें बिल्कुल भी पसंद नहीं है.

दशमी :

दशमी तिथि में जन्म लेने वाले जातक भाग्यशाली और आध्यात्मिक प्रवृत्ति के होते हैं. जीवन में ज्यादा संघर्ष नहीं करना पड़ता है. इनके ऊपर भगवान की असीम कृपा होती है. आशावादी स्वभाव के होते हैं. धनवान होते हैं. दूसरों को बदलने का अपेक्षा स्वयं को बदलना पसंद करते हैं.

एकादशी :

ग्यारहवीं यानी एकादशी तिथि को जन्म लेने वाले दूसरों की मदद करने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं. दूसरों के दुःख दर्द को अपना समझकर सहायता करते हैं. इनकी छवि पोषण कर्ता के रूप में लोगो के सामने दिखाती है. ऐसे जातक सात्विक कार्यों में संलग्न रहते है. स्वयं ख़ुश रहते हैं और दूसरों को भी खुश देखना चाहते हैं.

द्वादशी :

इस तिथि में जिस जातक का जन्म होता है उनका स्वभाव मृदुल होता है. ये हमेशा प्रकृति से जुड़ा रहना पसंद करते हैं. माता पिता से स्नेह रहता है. भय रहित वातावरण में जीना पसंद करते हैं. कभी-कभी तो इन्हीं मृत्यु का भय से भी नहीं डरते हैं . यदि इनकी संगति गलत लोगो के साथ हो जाती है तो ये असामाजिक कार्य भी कर देते है और बाद में पश्चाताप करते हैं.

त्रयोदशी :

त्रयोदशी तिथि में जन्म लेने वाला व्यक्ति अपने में ही मग्न रहता है. भौतिक एवं विलासिता संबंधी साधनों से प्रायः दूर रहना पसंद करता है. यह बुद्धिमान और चालाक होते हैं. कोई भी कार्य अपने तरीके से करना चाहते हैं. आध्यात्मिक सुख को परम सुख मानते हैं. इनका योग और साधना से विशेष लगाव होता है. माता-पिता के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हैं और बखूबी निभाते हैं.

चतुर्दशी :

इस तिथि में जन्म लेने लोग मानसिक रूप से बहुत ही स्ट्रॉन्ग होते हैं. अपने सामने किसी दूसरे को ज्यादा वैल्यू नहीं देते है। इन्हें गुस्सा भी बहुत आता है। अपनी बड़ाई स्वयं ही करते रहते हैं। यदि कोई इनकी बुराई करता है तो तुरंत ही उसका विरोध करते है। स्वभाव से निडर और साहसी होते हैं. Tithi Born Native Nature

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