Guru in 12th House in Hindi | बारहवें भाव में गुरु गोचर फल
Guru in 12th House in Hindi | बारहवें भाव में गुरु गोचर फल | गुरु गोचर में यदि बारहवें भाव में संचार कर रहे है तो शुभ कार्य में व्यय होगा । ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बृहस्पति अत्यंत ही शुभ ग्रह हैं ज्योतिष प्रेमी बखूबी जानते हैं। गुरु ( Jupiter ) की दृष्टि और उपस्थिति दोनों अमृतवत है।
बृहस्पति ग्रह ज्ञान, धन,आध्यात्म एवं संतान के कारक हैं। विभिन्न भाव में रहकर अलग-अलग फल देते हैं। गुरू गोचर में एक राशि में करीब 13 महीने तक भ्रमण करते हैं। इन 13 महीनो में सामान्यतः व्यक्ति को शुभ फल ही प्रदान करते हैं। जन्मकुंडली में गुरु 6, 8 और 12 भाव का स्वामी हैं तो अवश्य ही फल में कमी हो सकती है।
गुरू गोचर का फल शुभ अथवा अशुभ कुंडली में स्थिति के अनुसार ही मिलता है। जातक की जन्मराशि अर्थात् जन्मकालीन चंद्रमा जिस राशि में होते हैं, गोचर में बृहस्पति उस राशि से दूसरे, पाँचवें, सातवें, नवें, तथा ग्यारहवें भाव में जब-जब गोचर करते हैं, गुरु शुभफल देते हैं। इसके अतिरिक्त बृहस्पति का अन्य भावों से गोचर फल उतना शुभ नहीं होता है। यहाँ पर बृहस्पति के गोचर का फल लग्न से दिया गया है अर्थात गुरु जिस भाव में स्थित है उसके आधार पर दिया गया है।
जानें ! इस समय, गुरु/बृहस्पति गोचर में किस भाव में है।
लग्न वा राशि | 14 मई 2025 से 2 जून 2026 तक मिथुन राशि में | 03 जून 2026 से 25 जून 2027 तक कर्क राशि |
मेष | तृतीय भाव | चतुर्थ भाव |
वृष | द्वितीय भाव | तृतीय भाव |
मिथुन | प्रथम भाव | द्वितीय भाव |
कर्क | द्वादश भाव | प्रथम भाव |
सिंह | एकादश भाव | द्वादश भाव |
कन्या | दशम भाव | एकादश भाव |
तुला | नवम भाव | दशम भाव |
वृश्चिक | अष्टम भाव | नवम भाव |
धनु | सप्तम भाव | अष्टम भाव |
मकर | छठा भाव | सप्तम भाव |
कुम्भ | पंचम भाव | छठा भाव |
मीन | चतुर्थ भाव | पंचम भाव |
आइये जानते है कि गुरु आपको अपने गोचर में क्या फल देने वाले है। गुरु गोचर में जन्मकुंडली के लग्न से द्वादश भाव में भ्रमण ( Jupiter transit twelfth house ) कर रहे हैं तब आपके जीवन के विभिन्न क्षेत्रों यथा -- संतान, भाई-बंधू, ज्ञान, माता-पिता, शिक्षा, नौकरी, धन, परिवार, व्यवसाय, वैवाहिक जीवन इत्यादि पर कितना प्रभाव पड़ेगा
Guru in 12th House| बारहवें भाव में गुरु गोचर फल
गोचर में जब गुरु ( Jupiter transit ) बारहवें भाव में आता है तब किसी मांगलिक अथवा धार्मिक कार्यो में अवश्य ही खर्च होता है। आप कभी-कभी तनाव और बेचैनी में काम करेंगे और महशुस भी कर सकते हैं। आवासीय मकान खरीदने के लिए अथवा मकान के साज-सज्जा के लिए लोन /ऋण भी लेना पड़ सकता है। आप वाहन का क्रय-विक्रय भी कर सकते है।
परिवार का वातावरण सामान्य बना रहेगा। घर के सभी सदस्यो में सामंजस्य का भाव बना रहेगा। परन्तु कभी कभी अविश्वास का भी माहौल बन सकता है। आपके मामा के घर को न कोई मांगलिक कार्य होने की प्रबल सम्भावना होगी। पिता के तरफ से आपको आर्थिक सहायता मिल सकता है। माता का स्वास्थ्य ठीक रहेगा।
आपकी शारीरिक एवं मानसिक स्थिति सामान्य रहेगी। आप बीमार भी हो सकते है। पीलिया अथवा लिवर (Liver ) से सम्बन्धित बीमारी ( disease ) हो सकती है। अपने खान-पान पर विषय ध्यान देना जरुरी होगा। इस भाव में गुरु लम्बी यात्रा भी करवा सकता है यह यात्रा धार्मिक हो सकता है।
यदि आप मकर लग्न ( Capricorn Ascendant ) के जातक है तो इस समय गुरु आपके व्यय स्थान में गोचर कर रहे है परन्तु 20 नवम्बर 2020 से गुरु का गोचर आपके प्रथम स्थान में हो जायेगा अतः आपको इसके लिए नीचे लिखे URL पर क्लिक कर पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।