Shardiya Navratri 2024 Date & Vidhi : जानें ! नवरात्रि पूजन दिन, तिथि,कलश स्थापना, कन्या पूजन कब और कैसे करें ?

Dussehra 2023 – जानें ! 2023 में कब है दशहरा और रावण दहन का शुभ मुहूर्त


Dussehra 2023 - जानें ! 2023 में कब मनायी जाएगी दशहराDussehra 2023 – जानें ! 2023 में कब है दशहरा और रावण दहन का शुभ मुहूर्त
 . ‘विजयदशमी’ या दशहरा का पर्व आश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। वस्तुतः रावण पर भगवान श्री राम की जीत के उपलक्ष्य में विजयदशमी वा दशहरा का ये त्यौहार मनाया जाता है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन कोई विशेष कार्य करने से विजय निश्चित ही होती है। दुर्गासप्तशती के अनुसार इसी दिन माता दुर्गा ने महिषासुर का भी वध किया था। महिषासुर का वध भी बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है।

दशहरा के दिन कौन सा है शुभ योग ?

इस वर्ष दशहरा पर्व पर दो शुभ योग भी बन रहे हैं रवि योग एवं वृद्धि योग जो अत्यंत ही शुभ संकेत है। इस दिन विशेष प्रान्त में घर में रखे हुए शस्त्रों की पूजा भी की जाती है। दशहरा के दिन शस्त्र पूजा विजय मुहूर्त में की जाती है। ऐसे में दशहरे के दिन यानी 24 अक्टूबर को शस्त्र पूजा का शुभ समय दोपहर 01:58 मिनट से दोपहर 02:43 मिनट तक रहेगा।
शमी वृक्ष जो शनिदेव का प्रतीक है इस दिन इस पेड़ की पूजा की जाती है। दशहरे के दिन नीलकंठ भगवान के दर्शन करना बहुत ही शुभ माना जाता है यदि नीलकंठ पक्षी के दर्शन हो जाए तो ऐसा माना जाता है की सभी रुके काम बन जाएंगे ।

विजयदशमी मुहूर्त 

दशमी तिथि आरम्भ – 23 अक्टूबर 2023 समय :- 05-46 संध्या
दशमी तिथि समाप्त – 24 अक्टूबर 2023 समय ;- 03:16 दोपहर

Dussehra 2023 - जानें ! 2023 में कब मनायी जाएगी दशहरा

Dussehra 2023 : कब करें अष्टमी और कन्या पूजन ?

शारदीय नवरात्रि दिनांक 15 अक्टूबर 2023 से शुरू हो रहा है और 23 अक्टूबर 2023 तक चलेगी। अष्टमी तिथि 22 अक्टूबर को है और  नवमी तिथि 23 /10/2023 को है। इस कारण इस वर्ष कन्या पूजन और अष्टमी व्रत 23 अक्टूबर को करना चाहिए। वर्ष 2023 में दशमी 24 अक्टूबर की मनाई जाएगी।

नवरात्रि 2023 तिथियाँ:
प्रथमा –  15 अक्टूबर 2023 – घटस्थापना, शैलपुत्री पूजा, ब्रह्मचारिणी पूजा
द्वितीया – 16अक्टूबर 2023 – चंद्र दर्शन, ब्रह्मचारिणी पूजा
तृतीया – 17 अक्टूबर 2023 – चंद्रघंटा पूजा
चतुर्थी – 18 अक्टूबर 2023 – कुष्मांडा पूजा, विनायक चतुर्थी
पंचमी – 19 अक्टूबर 2023 – स्कंदमाता पूजा,
षष्ठी – 20 अक्टूबर 2023 – कात्यायनी पूजा
सप्तमी – 21 अक्टूबर 2023 – कालरात्रि पूजा
अष्टमी – 22 अक्टूबर 2023 – दुर्गा अष्टमी, महागौरी पूजा, संधि पूजा
नवमी – 23 अक्टूबर 2023 – महानवमी, आयुध पूजा, नवरात्रि पारण, राम नवमी
दशमी – (नवरात्रि समाप्त) – 24 अक्टूबर 2023 – विजया दशमी

जानें ! क्यों है कन्या पूजन का विशेष महत्त्व ?

Dussehra 2023 : जानें ! कब है दशहरा ?

दशहरा का त्यौहार आश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को “अपराह्न काल” में मनाया जाता है। इस काल वा मुहूर्त की अवधि सूर्योदय के बाद 10 वें मुहूर्त से लेकर 12 वें मुहूर्त तक होती है। यदि दशमी दो दिन के अपराह्न काल में हो तो दशहरा का त्यौहार पहले दिन मनाया जाएगा। यदि दशमी दोनों दिन पड़ रही है परन्तु अपराह्न काल में नहीं, तो उस समय भी यह त्यौहार पहले दिन ही मनाया जाएगा। इस बार 24 अक्टूबर को दशमी संध्या 03 बजकर 16 मिनट तक  रहेगी। इस कारण दशहरा  24 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा।

रावण दहन का शुभ मुहूर्त

दशहरा के दिन रावण, भाई कुंभकर्ण और पुत्र मेघनाथ के पुतलों का दहन किया जाता है विजयदशमी के दिन यानी 24 अक्टूबर को पुतलों के दहन का शुभ मुहूर्त सूर्यास्त के समय संध्या 05:45 मिनट से लेकर ढाई घंटे तक होगा।

क्या दशहरा का दिन मांगलिक कार्यों के लिए शुभ है ?

दशहरा या विजयादशमी का दिन सिद्धि प्रदान करने वाली मानी जाती है . इस कारण इस दिन सभी शुभ कार्य करना चाहिए। इस दिन घर या दुकान का निर्माण, गृह प्रवेश, मुंडन, नामकरण, अन्नप्राशन, कर्ण छेदन, यज्ञोपवीत संस्कार और भूमि पूजन, बच्चों का अक्षर लेखन, आदि कार्य शुभ माने गए हैं. इस दिन विवाह मुहूर्त शुभ नहीं माना जाता है।

Dussehra 2023 : दशहरा तिथि निर्धारण में श्रवण नक्षत्र का महत्त्व

  1. दशहरा तिथि के निर्धारण में श्रवण नक्षत्र को भी विशेष महत्त्व दिया गया है। हमारे ऋषि मुनियों ने यह बताया है कि किस परिस्थिति में श्रवण नक्षत्र में विजयादशमी मनाना चाहिए।
  2. यदि दशमी दो दिन है परन्तु श्रवण नक्षत्र पहले दिन के अपराह्न काल में तो विजयदशमी पहले दिन मनाया जाएगा।
  3. यदि दशमी तिथि दो दिन पड़ती है (चाहे अपराह्न काल में हो या ना) परन्तु श्रवण नक्षत्र दूसरे दिन के अपराह्न काल में पड़े तो विजयादशमी का त्यौहार दूसरे दिन मनाया जाएगा।
  4. अगर दशमी तिथि दोनों दिन पड़े किन्तु अपराह्न काल पहले दिन है और दूसरे दिन दशमी तिथि तीन मुहूर्त तक रहें तथा श्रवण नक्षत्र दूसरे दिन के अपराह्न काल में हो तो दशहरा पर्व दूसरे दिन मनाया जाएगा।
  5. जब दशमी तिथि पहले दिन के अपराह्न काल में हो और दूसरे दिन तीन मुहूर्त से कम हो तो उस स्थिति में विजयादशी त्यौहार पहले दिन ही मनाया जाएगा। ऐसी स्थिति में श्रवण नक्षत्र को खारिज कर दिया जाएगा।

उपर्युक्त विश्लेषण से स्पष्ट है की इस वर्ष दशहरा वा विजयादशमी 24 अक्टूबर 2023 को मनाया जाएगा और दुर्गा विसर्जन 25 अक्टूबर 2023 को किया जाएगा।

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