नवरात्रि में राश्यानुसार करें देवी आराधना | Worship of Goddess by Sign

नवरात्रि में राश्यानुसार करें देवी आराधना | Worship of Goddess by Signनवरात्रि में राश्यानुसार करें देवी आराधना | Worship of Goddess by Sign. नवरात्र पर्व नौ दिनों तक चलने वाला हिन्दुस्तानवासियो के लिए अत्यंत ही पावन पर्व होता है इस पर्व में माता के विभिन्न स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है तथा देवी माँ को प्रसन्न करने के लिए विभिन्न साधनाएं की जाती हैं। नवरात्रि में शुभ मुहूर्त में घट स्थापना करने का विधान है। इस दौरान भक्तजन नौ दिन तक फलाहार जीवन व्यतीत करते है तथा प्रतिदिन दुर्गासप्तसती का पाठ करते है। समय के अभाव भाव में जो लोग प्रतिदिन दुर्गासप्तसती का पाठ नहीं कर पाते वे या तो प्रतिदिन एक-एक अध्याय का पाठ करते हुए नौ दिन में सम्पूर्ण दुर्गासप्तसती का पाठ पूरा करते है या प्रतिदिन केवल दुर्गा सप्तसती के “सिद्धकुञ्जिका स्तोत्र “का पाठ करके देवी माँ को प्रसन्न करते हैं। भक्तजन देवी माँ को प्रसन्न करने के लिए प्रायः इस श्लोक का पाठ करते है —

ॐ सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके |
शरण्ये त्रयम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते ||

देवी माँ भी शीघ्र ही प्रसन्न को होकर अपने भक्तो को मांगल्य प्रदान करती है। आज हम इस लेख में यह बताने का प्रयास करने जा रहे है की किस राशि के जातक को देवी के किस स्वरूप की पूजा करनी चाहिए।

अपनी राशि के अनुसार करें देवी की विभिन्न स्वरूप की पूजा-अर्चना।

मेष राशि | Aries Sign

मेष राशि के जातक को “स्कंदमाता स्वरूप”की पूजा-अर्चना करना चाहिए। इन्हे सप्तश्लोकी दुर्गा तथा दुर्गा चालीसा का पाठ अवश्य करना चाहिए।

वृषभ राशि | Taurus Sign

वृषभ राशि के जातक को माता की “महागौरी स्वरूप” की पूजा करना चाहिए। साथ ही यदि आप “ललिता सहस्रनाम ” पाठ का जाप करते है तो आपका निश्चित ही कल्याण होगा।

मिथुन राशि | Gemini Sign

मिथुन राशि के व्यक्ति को माता की “ब्रह्मचारिणी स्वरूप” की पूजा करना चाहिए साथ ही “श्रीदुर्गाष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम”  पाठ का भी प्रतिदिन जाप करना चाहिए।

कर्क राशि |  Cancer Sign

कर्क राशि के व्यक्ति को माता की “शैलपुत्री स्वरूप” की पूजा करना चाहिए साथ ही “लक्ष्मी सहस्रनाम” का पाठ भी प्रतिदिन करना चाहिए ऐसा करने से आपकी मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।”

सिंह राशि | Leo Sign

सिंह राशि के व्यक्ति को माता की “कुष्मांडा देवी स्वरूप” की पूजा करना चाहिए साथ ही दुर्गा माता की मूल मंत्र     ” ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे” का जाप करना चाहिए।

कन्या राशि | Virgo Sign

कन्या राशि के व्यक्ति को माता की “ब्रह्मचारिणी देवी स्वरूप” की पूजा करना चाहिए साथ ही देवी की लक्ष्मी मंत्र का जाप करना चाहिए।

तुला राशि | Libra Sign

तुला राशि के व्यक्ति को देवी की “महागौरी स्वरूप” की पूजा करना चाहिए साथ ही की पूजा करें, श्री देवीजी की आरती पढ़ना चाहिए।

वृश्‍चिक राशि | Scorpio Sign

वृश्‍चिक राशि के व्यक्ति को “स्कंदमाता स्वरूप” की पूजा करना चाहिए साथ ही “दुर्गासप्तशती” तथा दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए।

धनु राशि | Sagittarius Sign 

धनु राशि के व्यक्ति को माता की “चंद्रघंटा स्वरूप” की पूजा करना चाहिए। इस राशि वाले यदि प्रतिदिन दुर्गा कवच का पाठ करना चाहिए।

मकर राशि | Capricorn Sign

मकर राशि के व्यक्ति को माता की “काली स्वरूप” की उपासना करना चाहिए। यदि जातक प्रतिदिन “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे मंत्र” का जाप करता है तब उसके सभी प्रकार के अज्ञान शीघ्र ही नष्ट हो जाते हैं।

कुंभ राशि | Aquarius Sign

कुम्भ राशि के व्यक्ति को माता की “कालरात्रि स्वरूप” की आराधना करना चाहिए साथ ही “सिद्धकुंजिकास्तोत्र” का प्रतिदिन जाप करना चाहिए।

मीन राशि | Pisces Sign

कुम्भ राशि के व्यक्ति को माता की “चंद्रघंटा स्वरूप” की आराधना करना चाहिए साथ ही हल्दी की माला से बगुलामुखी मंत्र का जाप करें। —

बगुलामुखी मन्त्र

ॐ ह्रीं बगुलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिह्ववां कीलय बुद्धि विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा।

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