शुक्र गोचर तिथि 2022 | Shukra Gochar 2022 | Venus Transit 2022 . ज्योतिष में शुक्र शुभ ग्रह के रूप में प्रतिष्ठित है। यह स्त्री ग्रह है। इसका संबंध कला, सौंदर्य और प्रेम से है। यह वृष और तुला राशि का स्वामी है। वृष राशि आकर्षक व्यक्तित्त्व का प्रतीक है तहा तुला शिष्ट और न्यायपूर्ण व्यवहार का द्योतक है। शुभ स्थिति में होने पर जातक का चित शांत रहता है। शुक्र से प्रभावित जातक सुन्दर मोहक और मिलनसार किस्म का होता है।
शुक्र ग्रह का महत्त्व | Importance of Venus Planets
शुक्र का सम्बन्ध शुक्राचार्य से है। शुक्र का मूल उद्देश्य स्वयं भौतिकता से दूर रहते हुए विकास क्रम को नियमित रूप में संचालित करना है। शुक्राचार्य भी असुरो को भौतिकता में निरत रहने की शिक्षा बिना स्वयं भौतिकता में फंसे हुए देते है। ज्योतिष में शुक्र का प्रधान गन इन्द्रियों की तृप्ति माना जाता है वास्तव में शुक्र का यह असाइनमेंट परस्पर संवेदनशील सम्बन्ध स्थापित करने का एक माध्यम है।
वस्तुतः प्राणिमात्र को जीवन प्रेरणा शुक्र द्वारा स्पंदित कामोत्तेजना से ही मिलती है यही कारण है की शुक ग्रह की महत्ता अन्य ग्रह से भिन्न है।
शुक्र मीन राशि में शुक्र उच्च तथा कन्या राशि में नीच का होता है। बुध,शनि व केतु के साथ इनकी मित्रता है तो चंद्रमा,सूर्य व राहू के साथ इनका शत्रुवत संबंध है। मंगल व बृहस्पति के साथ शुक्र का संबंध सामान्य है। शुक्र को भोर का तारा भी कहा जाता हैं। यह जन्मकुंडली में विवाह का कारक ग्रह है।
शुक्र कारक ग्रह है | Significator of Venus Planet
ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह पत्नी, प्रेमी, प्रेमिका, विवाह, सौंदर्य, रति, क्रिया, कला, वाहन, व्यापार, मैथुन, संगीत इत्यादि का कारक ग्रह है। शुक्र ग्रह के साथ अन्य ग्रहो की युति से अनेक प्रकार के योग उत्पन्न होते है। केंद्र में उच्च का होने पर “मालव्य योग” का निर्माण करता है ।
शुक्र ग्रह और स्वास्थय | Venus and Health
शुक्र ग्रह यदि ख़राब स्थिति में है तो जातक का अपने स्वास्थ्य को लेकर परेशान रहता है। शरीर में स्थित किडनी का कारक ग्रह है इसी कारण यदि जन्मकुंडली में यह ग्रह अशुभ स्थिति में है या अशुभ ग्रह के प्रभाव में है तो जातक का किडनी खराब हो सकता है। यह ग्रह अक्सर वीर्य, जननेन्द्रिय गुप्तांग से सम्बन्धित बिमारी देता है। अतः जातक को चाहिए की शुक्र से सम्बंधित मन्त्र, पूजा दान इत्यादि करे ऐसा करने से निश्चय ही शारीरिक रोगो से छुटकारा मिल सकता है।
शुक्र ग्रह शुभ तथा अशुभ दोनों फल देता है | Benefit of Venus Planet
शुक्र ग्रह यदि अनुकूल स्थिति में है तो व्यक्ति को भौतिक सुख प्रदान करता है। जातक सुखमय दाम्पत्य जीवन की पराकाष्ठा का अनुभव करता हुआ उत्तरोत्तर आगे की ओर बढ़ता रहता है इस कारण परिवार तथा समाज में मान-सम्मान, प्रतिष्ठा और यश का भागी बनता है। यदि शुक्र अशुभ भाव या अशुभ भाव का स्वामी होकर कुंडली में विराजमान है तो व्यक्ति को पारिवारिक कष्ट के साथ साथ मान-सम्मान तथा प्रतिष्ठा में कमी होगी।
शुक्र गोचर 2022 | Shukra Gochar 2022 | Venus Transit 2022
गोचर ग्रह 2022 | शुक्र ग्रह का राशि परिवर्तन | तिथि | दिन |
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शुक्र | धनु से मकर | 27 फरवरी, 2022 | रविवार |
शुक्र | मकर से कुम्भ | 31 मार्च, 2022 | गुरुवार |
शुक्र | कुम्भ से मीन | 28 अप्रैल, 2022 | गुरुवार |
शुक्र | मीन से मेष | 24 मई, 2022 | मंगलवार सोमवार |
शुक्र | मेष से वृष | 18 जून, 2022 | शनिवार |
शुक्र | वृष से मिथुन | 13 जुलाई, 2022 | बुधवार सोमवार |
शुक्र | मिथुन से कर्क | 07 अगस्त, 2022 | रविवार |
शुक्र | कर्क से सिंह | 1 सितंबर, 2022 | गुरुवार |
शुक्र | सिंह से कन्या | 24 सितंबर, 2022 | शनिवार |
शुक्र | कन्या से तुला | 19 अक्टूबर, 2022 | बुधवार |
शुक्र | तुला से वृश्चिक | 12 नवंबर, 2022 | शनिवार |
शुक्र | वृश्चिक से धनु | 05 दिसंबर, 2022 | सोमवार |
शुक्र | धनु से मकर | 29 दिसंबर, 2022 | गुरुवार |
शुक्र | मकर से कुम्भ | 22 जनवरी, 2023 | रविवार |
शुक्र | कुम्भ से मीन | 15 फरवरी, 2023 | बुधवार |
शुक्र | मीन से मेष | 12 मार्च, 2023 | रविवार |
शुक्र | मेष से वृष | 23 अप्रैल , 2023 | गुरुवार |
शुक्र | वृष से मिथुन | 02 मई, 2023 | मंगलवार |