Jupiter Transit in ninth house | गुरु गोचर का नवम भाव में फल
Jupiter Transit in ninth house | गुरु गोचर का नवम भाव में फल। गुरु गोचर में विभिन्न भाव में स्थित होकर भिन्न रूप में फल प्रदान करते हैं। ज्योतिष शास्त्र ( Astrology ) में बृहस्पति सबसे शुभ ग्रह कहा गया है।
गुरु की दृष्टि अमृत के समान है। देवगुरू ज्ञान, धन एवं संतान का कारक हैं। गोचरवश बृहस्पति एक राशि में लगभग तेरह महीने तक भ्रमण करते हैं। इन 13 महीनो में सामान्यतः जातक को शुभ फल ही प्रदान करते हैं।
गुरू गोचर का शुभ और अशुभ फल जन्म कुंडली में ग्रहों की स्थिति के अनुसार मिलता है। जातक की जन्म राशि अर्थात् जन्मकालीन चंद्रमा जिस राशि में स्थित होते हैं, गोचर में गुरु ( Jupiter Transit ) उस राशि से दूसरे, पाँचवें, सातवें, नवें, तथा ग्यारहवें भाव में जब-जब भ्रमण करते हैं, तब-तब बृहस्पति शुभफल प्रदान करते हैं। इसके अतिरिक्त बृहस्पति का अन्य भावों से गोचर शुभ नहीं होता है। यहाँ पर गुरु के गोचर का फल लग्न से भाव में स्थिति के आधार पर दिया गया है।
जाने ! आपके लग्न से गुरु/बृहस्पति गोचर में किस भाव में है
लग्न वा राशि | 22 अप्रैल 2023 से 31 अप्रैल 2024 तक मेष राशि में | 01 मई 2024 से 13 मई 2025 तक वृष राशि में | 14 मई 2025 से 2 जून 2026 तक मिथुन राशि में | 03 जून 2026 से 25 जून 2027 तक कर्क राशि |
मेष | प्रथम भाव | द्वितीय भाव | तृतीय भाव | चतुर्थ भाव |
वृष | द्वादश भाव | प्रथम भाव | द्वितीय भाव | तृतीय भाव |
मिथुन | एकादश भाव | द्वादश भाव | प्रथम भाव | द्वितीय भाव |
कर्क | दशम भाव | एकादश भाव | द्वादश भाव | प्रथम भाव |
सिंह | नवम भाव | दशम भाव | एकादश भाव | द्वादश भाव |
कन्या | अष्टम भाव | नवम भाव | दशम भाव | एकादश भाव |
तुला | सप्तम भाव | अष्टम भाव | नवम भाव | दशम भाव |
वृश्चिक | छठा भाव | सप्तम भाव | अष्टम भाव | नवम भाव |
धनु | पंचम भा | छठा भाव | सप्तम भाव | अष्टम भाव |
मकर | चतुर्थ भाव | पंचम भाव | छठा भाव | सप्तम भाव |
कुम्भ | तृतीय भाव | चतुर्थ भाव | पंचम भाव | छठा भाव |
मीन | द्वितीय भाव | तृतीय भाव | चतुर्थ भाव | पंचम भाव |
आइये जानते है कि देवगुरु का प्रभाव जन्मकुंडली के लग्न से नवम भाव में गोचर पर जीवन के विभिन्न क्षेत्रों यथा – ज्ञान, संतान, भाई-बंधू, माता-पिता, परिवार, शिक्षा,धन, व्यवसाय, वैवाहिक जीवन इत्यादि पर कितना प्रभाव पड़ेगा।
नवम भाव में गुरु गोचर का फल | Result of Jupiter transit in Ninth house
आपकी कुण्डली में गुरु जब नवम भाव से गोचर कर रहा है (When Jupiter transit in ninth house ) तब आप अपने भविष्य के प्रति सचेत हो जाएंगे। भविष्य की योजनाएं बनाना शुरू कर देंगे। इस समय आप शारीरिक तथा मानसिक रूप से स्वस्थ अनुभव करेंगे। इस समय लम्बित काम शीघ्र ही पूरा हो जाएगा। सामाजिक एवं कल्याणकारी कार्यो में आप बढ़-चढ़कर भाग लेंगे।
गुरु गोचर ( Jupiter Transit ) में जब नवम भाव में हो तब आप लम्बी यात्रा पर जा सकते है। पूजा पाठ एवं धार्मिक कार्यों में आपकी रूचि बढ़ जाएगी। कार्यक्षेत्र में नीत नवीन योजनाएं बनने लगेगी। इससे आपको भविष्य मे लाभ की भी प्राप्ति होगी। इस गोचर में पदोन्नति ( Promotion ) हो सकती है अथवा विशेष जिम्मेवारियां भी मिल सकती हैं।
सामाजिक मान प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। आर्थिक दृष्टि वृहस्पति का गोचर फायदेमंद रहेगा। धन की कमी नहीं महशुश करेंगे। दाम्पत्य जीवन सुखमय रहेगा। यदि संतान की इच्छा रखते है तो आपको संतान लाभ की प्राप्ति होगी।