पंचम भाव में मंगल का फल | Mars in Fifth House
पंचम भाव में मंगल का फल | Mars in Fifth House | पांचवे भाव / स्थान में मंगल होने से व्यक्ति बुद्धिमान तो होता है परन्तु संतान, स्त्री आदि सुख की कमी होती है। पंचम भाव में मंगल को अधिकांशतः विद्वानों ने अच्छा नहीं माना है। पंचम भाव में मंगल को अधिकांशतः विद्वानों ने अच्छा नहीं माना है।
प्रसिद्ध विद्वान काशीनाथ के अनुसार —
पंचमे च धरापुत्रे कुसन्तानः सदारुजः।
बन्धुवर्गे विरक्तश्च नरो दीनः अपि जायते।।
मंगल आप में चंचलता प्रदान करता है। आपके स्वभाव में भी उग्रता देता है। ऐसा जातक छल कपट से युक्त होता है। मंगल आप में चंचलता प्रदान करता है। आपके स्वभाव में भी उग्रता देता है। ऐसा जातक छल कपट से युक्त होता है। आप कुसंगति के शिकार हो सकते है और यह आपके लिए हितकर नहीं होगा अतः आप इससे दूर रहे तो ही अच्छा रहेगा। आप अपने गलत संगति को स्वीकार करे या नहीं करे गलत संगति के कारण ही आपको परेशानी होती है।
Mars Placed in the Fifth House
पंचम भाव में मंगल और परिवार | Mars in Fifth House and Family
आपका प्रथम पुत्र बहुत जल्द गुस्सा करने वाला होगा, उसे दुर्घटनाओं और चोट लगने का भय बना रहेगा। कोई संतान अवज्ञाकारी भी हो सकती है।आपकी संतान शल्य चिकित्सा के माध्यम से हो सकती है। यही नहीं यदि मंगल इस स्थान में है तो निश्चित ही गर्भ स्थित संता
आपका आकर्षण विपरीतलिंगी के प्रति कुछ ज्यादा ही होता है इस मामले में आपको विशेष सावधानी की जरूरत है क्योकि यदि प्यार के बंधन में पड़ते है तो ब्रेक होना निश्चिन किसी न किसी कारण से नष्ट होता है। मंगल का पंचम भाव में होने से संतान कष्ट होता है।त है और इसके कारण आपकी बदनामी भी हो सकती है। अतः संयम से काम लेने में ही बुद्धिमानी होगी।
पंचम भाव में मंगल और मनोविज्ञान | Mars in Fifth and Psychology
इस भाव में मंगल होने से व्यक्ति की बुद्धि पाप कर्म की ओर प्रशस्त होती है। यही नहीं एक पाप कर्म के बाद दूसरा पापकर्म करने में भी संकोच नहीं करते हैं इस प्रकार इनकी इच्छाएं प्रबल होती जाती है परन्तु तृप्ति होती नहीं परिणाम यह होता है की वह अंतरात्मा में संतप्त रहता है अर्थात आप अपने मन में अंदर ही अंदर जलता रहता है।
आप हमेशा धन लाभ के लिए कार्य करेंगे परन्तु यह मत भूलिए कि अर्थसंचय तो आपके लिए एक स्वप्न ही है आप सोचते हैं कि धन संचय करके मौज मस्ती करेंगे तो भूल जाइये ऐसा नहीं होगा।
पंचम भाव में मंगल और स्वास्थ्य | Mars in Fifth House and Health
जब जन्म लग्न से पांचवें भाव में मंगल होता है तब व्यक्ति के पेट की अग्नि / उदराग्नि प्रबल हो जाती है। इसके कारण जातक की पाचन शक्ति मजबूत हो जाती है व्यक्ति को इतनी भूख लगती है की उसकी क्षुधा कभी शांत ही नहीं होती है।
आपको पेट से सम्बंधित परेशानियां भी समय-समय पर परेशान कर सकती है अत: खान-पान पर संयम रखना जरूरी होगा।आप पेट की तकलीफों और कब्जजन्य रोगों से परेशान रह सकते हैं।
आर्थिक एवं व्यावसायिक स्थिति | Economic condition
पंचम स्थान का मंगल हो तो जातक एक सफल खिलाड़ी बन सकता है। जातक जो भी खेल खेलेगा उसमे अपना नाम अवश्य ही रोशन करेगा। यदि आप डॉक्टर ( Doctor ) बनना चाहते है तो बहुत ही अच्छा योग है आप डॉक्टर बन सकते है। ऐसा जातक घूमने का शौक़ीन होता है। आप में सट्टे बाजारी का भी शौक हो सकता है आपको इसमें घटा भी उठाना पड सकता है। अपने व्यवसाय में कोई भी निर्णय बिना विवेक के न ले तो अच्छा रहेगा।
4 Comments
Sir ma bidash ma naukri ka bara ma janana Chahta hu , aur paiso ki sathti kaisi rahagi, please repley sir
My d.o b. 24/09/1981 time 6.48pm. Bilaspur himachal Pradesh
my date of birth 15.7.1982….time 2.15 Am…ludhiana….kundli mein mangal ki mahadasha kis trah rahegi ??
Mere 5th house me mangal h….mai ek ldki hu…or mjhe non mangli se shadi krni h…meri age 25 ki hogyi h….or mjhe November me hi shadi krni h jldi se jldi…mjhe kya krna chahie plz kuch sujhav de
Mere 5th house me mangal h….mai ek ldki hu…or mjhe non mangli se shadi krni h…meri age 25 ki hogyi h….or mjhe November me hi shadi krni h jldi se jldi…mjhe kya krna chahie plz kuch sujhav de