विघ्नहर्ता श्री गणेश चतुर्थी व्रत तिथि 2020
विघ्नहर्ता श्री गणेश चतुर्थी व्रत तिथि 2020. श्री गणेश चतुर्थी व्रत का भारतवर्ष में विशेष महत्त्व है कहा जाता है की इस व्रत को करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। यदि किसी कार्य में आपको सफलता नहीं मिल रही है या कार्य के पूर्णता में संदेह है तो श्री गणेश चतुर्थी का व्रत करने से अवश्य ही सफलता मिलती है। यह व्रत पुण्य फल प्रदान करता है। इस व्रत को करने से व्यक्ति को जन्म-मरण से मुक्ति मिलती है।
भारतीय हिन्दू कैलेण्डर में प्रत्येक चन्द्र मास में दो चतुर्थी तिथि होती हैं। एक पूर्णिमा के बाद आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि जिसे संकष्टी चतुर्थी भी कहते हैं तथा दूसरा अमावस्या तिथि के पश्चात् आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी कहा जाता हैं।
संकष्टी चतुर्थी का व्रत प्रत्येक मास में होता है परन्तु माघ और पौष मास में पड़ने वाली संकष्टी तिथि का विशेष महत्त्व है। यदि संकष्टी चतुर्थी संयोग से मंगलवार के दिन पड़ती है तो उसे अंगारकी चतुर्थी कहा जाता है तथा इस तिथि बहुत ही शुभ और कल्याणकारी माना जाता है। यह व्रत विशेष रूप से महाराष्ट्र और तमिल नाडु में विशेष रूप प्रचलित है। वर्तमान समय में यह व्रत सम्पूर्ण भारत में प्रचलित हो गया है।
गणेश चतुर्थी व्रत का महत्व
गणेश चतुर्थी व्रत के दिन पूजा- अर्चना और व्रत करने से गणेश जी भक्तों के समस्त संकट शीघ्र ही दूर कर देते हैं। इस दिन जो भक्त पूरी श्रद्धा व विश्वास के साथ उपवास करता है, उसे गणेशजी ऋषि-सिद्धि प्रदान करते है साथ ही जीवन यात्रा में आने वाली समस्त विध्न बाधाओं का शीघ्र ही नष्ट कर देते हैं। इस दिन भक्त को रात्री में चन्द्रमा के उदय होने के बाद ही भोजन करना चाहिए। चन्द्रमा को अर्ध्य देते समय अपनी दृष्टि नीचे की ओर रखना चाहिए क्योकि इस दिन चन्द्रमा को देखना शुभ नहीं माना जाता है।
साल 2020 में आने वाली चतुर्थी तिथियां
दिनाँक | महीना | दिन | व्रत नाम | चन्द्रोदय काल |
13 | जनवरी | सोमवार | सकट चौथ | 20:33 |
12 | फरवरी | बुधवार | संकष्टी चतुर्थी | 21:37 |
12 | मार्च | बृहस्पतिवार | संकष्टी चतुर्थी | 21:31 |
11 | अप्रैल | शनिवार | संकष्टी चतुर्थी | 22:31 |
10 | मई | रविवार | संकष्टी चतुर्थी | 22:19 |
08 | जून | सोमवार | संकष्टी चतुर्थी | 21:57 |
08 | जुलाई | बुधवार | संकष्टी चतुर्थी | 22:00 |
07 | अगस्त | शुक्रवार | बहुला चतुर्थी | 21:37 |
05 | सितम्बर | शनिवार | अंगारकी चतुर्थी | 20:37 |
05 | अक्टूबर | सोमवार | संकष्टी चतुर्थी | 20:13 |
04 | नवम्बर | बुधवार | करवा चौथ | 20:12 |
03 | दिसम्बर | बृहस्पतिवार | संकष्टी चतुर्थी | 19:51 |