रुद्राक्ष एक लाभ अनेक | Rudraksh Pahanane ke Fayade
रुद्राक्ष एक लाभ अनेक | Rudraksh Pahanane ke Fayade भगवान शिव वा महादेव को खुश करने का सबसे आसान उपाय है रुद्राक्ष धारण करना। रुद्राक्ष धारण करने से शिवजी इंसान की हर इच्छाये शीघ्र ही पूरा करते है। कहा जाता है कि भगवान् महादेव जब तपस्या के बाद जब अपनी आँखे खोली तब उनकी आंखों से आंसू धरती पर गिरा जिस स्थान पर भगवान् रूद्र के आंख का आंसू गिरा था वहां एक रुद्राक्ष का वृक्ष उत्पन्न हो गया। वस्तुतः यह शिव / रूद्र की दृश्यता तथा रूपात्मकता का आधार है।
शिव के डमरू से उत्पन्न 14 महेश्वर सूत्र का निवास भी रुद्राक्ष पर होता है। शिव के अश्रु से उत्पन्न रुद्राक्ष 14 प्रकार के होते हैं जिसे एक मुखी रुद्राक्ष, दो मुखी ……. और चौदह मुखी के नाम से इस संसार में उपलब्ध है। हर मुखी रुद्राक्ष विशेष शक्ति से युक्त होता है तथा इस रुद्राक्ष में लोगो इच्छाओ को पूरा करने की शक्ति समाहित होती है।
कहा जाता हैं कि असली रुद्राक्ष को विधिपूर्वक धारण करने से व्यकि की समस्त समस्याएं शीघ्र ही दूर हो जाती है यही नहीं उसे मुक्ति वा मोक्ष की भी प्राप्ति होती है। वस्तुतः इस धरती पर रुद्राक्ष हम सभी के लिए एक वरदान स्वरूप ही है। आइये जानते है की रुद्राक्ष के पहनने से हमें क्या-क्या लाभ होता है।
एक मुखी रुद्राक्ष
सूर्य ग्रह से संचालित एकमुखी रुद्राक्ष सभी प्रकार के समस्याओ से निजात दिलाता है। इसके पहनने से व्यक्ति लोक में मान सम्मान और यश को प्राप्त करता है। ……… आगे पढ़े
दो मुखी रुद्राक्ष
चन्द्रमा से संचालित दो मुखी रुद्राक्ष शिव और पार्वती रूप में है यह रुद्राक्ष हमारे दांपत्य जीवन में आने वाली रोज रोज के परेशानी को शीघ्र ही दूर भगाता है। ………………….. आगे पढ़े
तीन मुखी रुद्राक्ष
मंगल ग्रह से संचालित तीन मुखी रुद्राक्ष के धारण करने से इस जन्म में शरीर से किये गए पाप शीघ्र ही नष्ट हो जाता है। यह रोगी के रोग को समाप्त रखने की शक्ति रखता है ……………………..आगे पढ़े
चार मुखी रुद्राक्ष
बुध ग्रह से संचालित चार मुखी रुद्राक्ष के धारण करने से सद्बुद्धि का विकास होता है लेखन शक्ति की वृद्धि होती है यह रुद्राक्ष छात्रों को अवश्य पहनना चाहिए। ……. आगे पढ़े
पांच मुखी रुद्राक्ष
गुरु/ वृहस्पति ग्रह से संचालित पञ्च मुखी रुद्राक्ष पहनने से हत्या जैसे जघन्य अपराध से मुक्ति मिल जाती है यह ज्ञान की वृद्धि करता है ………………. आगे पढ़े
छ: मुखी रुद्राक्ष
शुक्र ग्रह से संचालित छह मुखी रुद्राक्ष भगवान कार्तिकेय रूप में है। इसके पहनने से रोग मुक्त हो जाता है तथा सांसारिक वैराग्यता की ओर अग्रसर भी होता है ………….. आगे पढ़े
सात मुखी रुद्राक्ष
शनि ग्रह से संचालित सात मुखी रुद्राक्ष साक्षात कामदेव रूप में स्थित है इसके धारण करने से विपुल वैभव, भाग्योदय और उत्तम आरोग्य की प्राप्ति होती है ……………. आगे पढ़े
आठ मुखी रुद्राक्ष
राहु ग्रह से संचालित आठ मुखी रुद्राक्ष धारण करने से राहु जनित परेशानियो को शीघ्र ही समाप्त कर देता है जो व्यक्ति बहुत झूठ बोलता है या झूठ बोलकर कमाता है उसे अवश्य ही पहनना यह रुद्राक्ष धारण करना चाहिये ……………. आगे पढ़े
नौ मुखी रुद्राक्ष
केतु ग्रह से संचालित नौ मुखी रुद्राक्ष साक्षात् भैरव स्वरूप है इसके धारण करने से व्यक्ति को यमराज का भी भय नहीं रहता है। यह रुद्राक्ष माता भगवती की नौ शक्तियों का प्रतीक माना गया है। नौ मुखी रुद्राक्ष के पहनने से अनेक लाभ होते हैं इसके धारण से धन सम्पत्ति, मान सम्मान, यश, कीर्ति तथा सभी प्रकार के भौतिक सुखो के साथ साथ आध्यांत्मिक सुख की वृद्धि होती है। यह रुद्राक्ष ब्रह्म हत्या तथा भ्रूण ह्त्या जैसे अपराध / पाप से मुक्त करता है।
दस मुखी रुद्राक्ष
दस मुखी रुद्राक्ष का संचालक ग्रह कोई भी नहीं है दश मुखी रुद्राक्ष में चमत्कारी शक्ति इतनी है की यह नवग्रह के नियंत्रण केंद्र से भी ऊपर है इसी कारण इसका नियंत्रक और संचालक ग्रह कोई नहीं है। इसके धारण करने से नवग्रह शांत होते है। यह साक्षात् भगवान जनार्दन / विष्णु् का स्वरूप है। दश मुखी रुद्राक्ष जादू-टोने और भूत- प्रेत से उत्पन्न बाधा से रक्षा करता है। इस रुद्राक्ष पर दस महाविद्यायों का निवास होता है।
ग्यारह मुखी रुद्राक्ष
यह रुद्राक्ष योग साधना में लगे हुए साधक के लिए बहुत ही अनुकूल है। यह रुद्राक्ष शरीर स्वास्थ्य, यम नियम आसन प्राणायाम इत्यादि यौगिक क्रियाओ में आने वाली बाधाओ को दूर करता है। यदि आप दान नहीं करते है तो इस रुद्राक्ष के धारण करने से दान का फल मिलता है। इसके धारण करने से ग्यारह इन्द्रियों नियंत्रित होती है।
बारह मुखी रुद्राक्ष
सूर्य ग्रह से संचालित द्वादश मुखी रुद्राक्ष असाध्य और भयानक रोगों से छुटकारा दिलाता है। यह रुद्राक्ष ह्रदय रोग, पेट रोग और मस्तिष्क से सम्बन्धित बीमारियों को दूर करने में सहायक होता है। यह ग्रह एक मुखी ग्रह का स्थापन्न ग्रह है। …………….. आगे पढ़े
तेरह मुखी रुद्राक्ष
तेरह मुखी रुद्राक्ष सभी कामनाओ और सिद्धियों को देने वाला होता है। इसके धारण करने से कामदेव प्रसन्न होते है और सभी कामनाओ की पूर्ति, धन लाभ, आयुर्वेद का ज्ञान तथा सम्पूर्ण सुख भोग की प्राप्ति होती है। तेरह मुखी रुद्राक्ष निसंतान दंपत्तियों को संतान प्राप्ति में सहयोग करता है। इसके धारण करने से आपमें वशीकरण तथा आकर्षण बढ़ेगा। यह रुद्राक्ष छह मुखी रुद्राक्ष का स्थापन्न है।
चौदह मुखी रुद्राक्ष
चौदह मुखी रुद्राक्ष को सात मुखी के स्थान पर भी पहना जाता है। यह रुद्राक्ष भगवान शिव को अत्यंत ही प्रिय है। शनि-शांति के लिए चतुर्दशमुखी रुद्राक्ष को सप्तमुखी रुद्राक्ष के साथ पहनने से और अधिक लाभ होता है। इस रुद्राक्ष पर हनुमान जी का अधिवास माना गया है। यह रुद्राक्ष भूत-पिशाच, डाकिनी, शाकिनी इत्यादि से भी रक्षा करता है।