तृतीय भाव में मंगल का फल | Mars in Third House
तृतीय भाव में मंगल का फल | Mars in Third House तीसरे स्थान में मंगल जातक को साहसी बनाता है ऐसा व्यक्ति पराक्रम और परिश्रम से अपने भाग्य का निर्माण करता है। आप अत्यन्त धैर्यशाली, साहसी और पराक्रमी व्यक्ति हैं कठिन परिस्थितियों में धैर्य रखना तो कोई आप से सीखे । परन्तु यदि मंगल पर शनि की दृष्टि है तो साहस और बल सब केबल दिखाबे के लिए होगा। आप बाहर से तो साहसी बनने की कोशिश करेंगे परन्तु अंदर से उतने ही डरपोक होते है। मंगल ग्रह को अत्यन्त गुणवान और भू-सम्पत्ति प्रदान करने वाला कहा जाता है। मंगल ग्रह में अहंकार और आत्माभिमान विशेष रूप से होता है। मंगल ग्रह के अधिदेवता स्कन्द या कार्त्तिकेय है और भगवान कार्तिकेय में भी आत्माभिमान कूट-कूट कर भरा हुआ है।
मंगल ग्रह के सम्बन्ध में पौराणिक कथा | Story about Mars Planet
मंगल ग्रह को पृथ्वी का पुत्र माना गया है। इस सम्बन्ध में तथा मंगल ग्रह के जन्म के सम्बन्ध में विष्णु पुराण में एक कथा है उसके अनुसार भगवान् विष्णु ने वाराह रूप में पृथ्वी का उधार कर उसको अपनी कक्ष में स्थापित कर दिया और पृथ्वी को अस्थिरता एवं उद्विग्नता नष्ट हो गई तब उसने भगवान को अपने पति के रूप में पाने की इच्छा प्रकट की भगवान वाराह अपने मनोरम रूप में एक दिव्य वर्ष तक पृथिवी के साथ एकांत में रहे। इसके परिणामस्वरूप पृथ्वी देवी ने मंगल ग्रह को जन्म दिया। इसी कथा के आधार पर मंगल ग्रह को भूपुत्र कहा गया है।
तृतीय भाव में मंगल, आप और आपका परिवार | You and Your Family
तृतीय भाव में मंगल छोटे भाई के सुख में कमी करता है कभी कभी तो छोटा भाई होता ही नहीं है और यदि छोटा भाई है भी तो आपका सम्बन्ध उतना अच्छा नहीं रहेगा। आपको छोटे भाई के स्थान पर छोटी बहन का सुख मिल सकता है। आप शारीरिक रूप से स्वस्थ्य और बुद्धिमान व्यक्ति हैं लेकिन मंगल ग्रह की यह स्थिति आपको कुछ हद तक कठोर वचन बोलने वाला बना सकती है। आप क्रोधी स्वभाव के है परन्तु आप क्रोध पर काबू पाने के लिए हमेशा कोशिश भी करते रहेंगे परन्तु यह स्थिति तब होगी जब मंगल पर किसी शुभ ग्रह की दृष्टि हो। कभी कभी तो आपका व्यवहार हिंसात्मक भी हो जाएगा परन्तु यह आप के लिए ठीक नहीं है।
आपके पिता का स्वभाव बहुत हद तक गुस्सैल और रूखा हो सकता है। परन्तु आपके पिता कर्मठ व्यक्ति होंगे तथा अपने मेहनत के बल पर बहुत बड़ा साम्राज्य स्थापित करने वाले होंगे। अक्सर यह भी देखा गया है कि उसे अपना जन्म स्थान छोड़ना पड़ता है। ऐसा जातक अपने माता-पिता की अकेली संतान नहीं होता है।
तृतीय स्थान में मंगल हो तो सरकार अथवा किसी बड़े अधिकारी की कृपा हमेशा बनी रहती है जातक सुखवान, धनवान, पराक्रम तथा ऐश्वर्यवान होता है। इस स्थान का मंगल व्यक्ति को प्रतापी सुशील, युद्ध क्षेत्र में विजयी होने वाला, सरकार के अधीन कार्य करने वाला तथा संसार में प्रसिद्ध होता है।
तृतीय भुसुते जातः प्रतापीशील संयुतः।
रणेशूरो राजमान्यो विख्यातश्च प्रजायते।
तृतीय भाव में मंगल और आपका स्वास्थ्य | Your Health
तृतीय भाव में मंगल ग्रह है तो आपको गर्दन,या बाजुओं में तकलीफ हो सकती है। आपको सर्वाइकल की बिमारी हो सकती है और यदि मंगल पर किसी अशुभ ग्रह की दृष्टि या युति है तो आप अवश्य ही उक्त बिमारी से ग्रसित हो सकते है। सर में चक्कर आने जैसी समस्या से जूझना पड़ सकता है। रक्त विकारों से भी ग्रसित होना पड़ सकता है।
आर्थिक एवं व्यावसायिक स्थिति | Economic condition
कुंडली में तीसरे भाव में मंगल हो तो जातक प्रतियोगिता परीक्षा पास कर नौकरी हासिल करता है। ऐसा जातक लोन लेने से बचता है। आपसे सब लाभान्वित होंगे परन्तु आप अन्य से लाभान्वित हो ऐसा जरूरी नहीं है। आप अपने काबिलियत के बल पर समाज में अपना स्थान बना पाएंगे।आपकी रुचि टेक्निकल डिग्री प्राप्त करने में हो सकती है। इंजीनियरिंग सर्विस में आप जा सकते है।
सरकारी नौकरी के लिए यदि प्रयास करेंगे तो आपको सरकारी नौकरी अवश्य ही मिलेगी। आप कोई ऐसी नौकरी कर सकते हैं जहां अस्त्र शस्त्र धारण किए जाते हों अर्थात आप सेना अथवा पुलिस की नौकरी में जा सकते है। आप आर्थिक दृष्टि से सुदृढ़ होंगे। आपको पैसे की कमी नहीं होगी आप किसी न किसी प्रकार से आने वाली आर्थिक समस्या का समाधान करने में समर्थ हैं।